▶ सबसे पहले, तापमान कम है, सिलेंडर में डीजल दहन की स्थिति बिगड़ती है, ईंधन परमाणुकरण खराब होता है, प्रज्वलन के बाद दहन की अवधि बढ़ जाती है, इंजन को मोटा काम करना आसान होता है, क्रैंकशाफ्ट बीयरिंग, पिस्टन के छल्ले और अन्य भागों की क्षति बढ़ जाती है , शक्ति और अर्थव्यवस्था को कम करें।
▶ दूसरा, दहन के बाद जल वाष्प सिलेंडर की दीवार पर संघनित करना आसान होता है, जिससे धातु का क्षरण होता है।
▶ तीसरा, बिना जला हुआ डीजल इंजन के तेल को पतला कर सकता है और स्नेहन को खराब कर सकता है।
▶ चौथा, ईंधन के अधूरे दहन के कारण कोलाइड बनता है, जिससे पिस्टन रिंग, पिस्टन रिंग ग्रूव में फंस जाती है, वाल्व फंस जाता है, और संपीड़न के अंत में सिलेंडर में दबाव कम हो जाता है।
▶ पाँचवाँ, पानी का तापमान बहुत कम है, तेल का तापमान भी कम है, तेल गाढ़ा हो जाता है, तरलता खराब हो जाती है, और तेल पंप में तेल कम होता है, जिसके परिणामस्वरूप तेल की आपूर्ति अपर्याप्त होती है।इसके अलावा, क्रैंकशाफ्ट असर निकासी कम हो जाती है और स्नेहन खराब होता है।
पोस्ट करने का समय: नवंबर-13-2021